हल्द्वानी: देहरादून में बेरोजगार युवाओं पर हुए लाठीचार्ज के मामले को लेकर अब सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है, एक तरफ सरकार के खिलाफ युवाओं का धरना प्रदर्शन, दूसरी तरफ पुलिस का युवाओं पर लाठीचार्ज, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार को इस मामले पर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि गांव पर लाठीचार्ज किया जाना बेहद निंदनीय दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है, उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवा अपने हक हकूक की मांग कर रहे थे लेकिन सरकार के इशारे पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और उनके खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कर ली, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि सरकार उन लोगों को और सफेदपोश को बचाना चाहती है जब पेपर भर्ती लीक घोटाले मामले में दोषी हैं, उन्होंने कहा है कि विपक्ष इसे सड़क से लेकर सदन तक लेकर जाएगा और सदन में इस मामले पर सवाल उठाएगा, यशपाल आर्य ने कहा कि उन्होंने तमाम कोचिंग इंस्टिट्यूट को लेकर भी सरकार को बताया लेकिन सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी इसका खामियाजा यह हुआ कि उत्तराखंड में होने वाली सारी भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हो गए, यशपाल आर्य ने कहा कि सरकार के इस अपराध को कभी क्षमा नहीं किया जा सकता क्योंकि जब बेरोजगार अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं और उन पर लाठीचार्ज किया जाना बेहद निंदनीय है…हल्द्वानी से कांग्रेस विधायक सुमित हृदेश ने भी युवाओं के साथ हुई बर्बरता पर सरकार को घेरा, उन्होंने कहा कि यह काला कानून है…. युवाओं के साथ हो रही ऐसी बर्बरता को देखकर ऐसा लग रहा है कि मानो देहरादून की सड़कें लाल चौक हो, इसलिए सरकार की इस अपराध को कभी क्षमा नहीं किया जा सकता,