अल्मोड़ा/नैनीताल/बागेश्वर: गर्मी आने से पहले ही कुमाऊं क्षेत्र के जंगलों में आग लगने की घटनाएं सामने आने लगी हैँ, जिससे वन संपदा तथा वन्यजीवों को भारी नुकसान पहुंच रहा है, अभी वन विभाग वनाग्नि से निपटने की तैयारियों में ही जुटा था कि आग धधकने से लाखों रुपए की वन संपदा जलकर खाक हो चुकी है, आग का ज्यादा असर बागेश्वर, अल्मोड़ा और नैनीताल जिलों में देखने को मिल रहा है हालांकि वन विभाग के कर्मचारी आग बुझाने के काम में लगे हुए हैं, विभागीय अधिकारियों के मुताबिक वनाग्नि रोकने के लिए विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है और सभी रेंज अफसर को वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं, अल्मोड़ा जिले के चामी तथा बिजोरी रेंज में आग की घटनाएं सामने आई है, जबकि नैनीताल में सुयालबाडी, भोटिया बैंड तथा कैमल्स बैंक की पहाड़ियों में आग लग चुकी है, अल्मोड़ा के कसार देवी से सटे जंगलों में भी आग लगने की घटनाएं हुई हैं। प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड धनंजय मोहन के मुताबिक उत्तराखंड में वन अधिकारियों और जनता के बीच जंगल में आग लगने को लेकर जन जागरूकता मीटिंग भी की जा रही है, वन विभाग अपने कार्यों का भी तैयार कर रहा है, साथ ही केंद्र के अन्य संस्थानों से भी समन्वय स्थापित किया जा रहा है ताकि दूरस्थ क्षेत्रों से जंगल में आग लगने की घटनाएं तुरंत मिल सके और उस पर काबू पाया जा सके,

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