उत्तराखंड: उत्तराखंड और हिमांचल लगभग समानता वाले प्रदेश, दोनों राज्यों मे मौसम अभी बेहद ठंडा है लेकिन सियासत काफ़ी गरम, हिमाचल प्रदेश क़े विधानसभा चुनावों मे बीजेपी की हार से साबित हो गया की जयराम ठाकुर वो कमाल सीएम रहते नही कर सके जो काम पुष्कर सिंह धामी ने 6 महीने सीएम रहते उत्तराखंड मे कर दिखाया,

तो और मजबूत हुए सीएम धामी : हिमांचल प्रदेश और उत्तराखंड में एक समानता और है की हर 5 साल में यहां की जनता कांग्रेस और बीजेपी को बारी-बारी से सत्ता की चाबी सौंपते आ रही है, उम्मीद तो यह थी कि हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मोदी फैक्टर चलेगा लेकिन इस बार वहां की जनता ने जयराम ठाकुर को नकार दिया और बीजेपी अपने ढहते हुए किले को नहीं बचा सकी, हिमाचल में हुई बीजेपी की करारी हार से अब यह साफ हो गया है की 2022 के विधानसभा चुनाव में जब उत्तराखंड में बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई तो उसकी मेहनत के पीछे सीएम पुष्कर सिंह धामी का हाथ था, उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले कयास तो यह लगाए जा रहे थे की बीजेपी 15 से 20 सीटों पर सिमट जाएगी लेकिन जनादेश बीजेपी को मिला और कांग्रेस सत्ता की राह देखती रह गयी, उत्तराखंड में बीजेपी की सत्ता में वापसी का इनाम एक बार फिर पुष्कर सिंह धामी को मिला और बीजेपी आलाकमान ने उत्तराखंड की कमान युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंप दी,

दिल्ली MCD चुनावों मे भी रहा CM धामी का जलवा: सीएम पुष्कर सिंह धामी का जलवा उत्तराखंड में बीजेपी की सत्ता वापसी में ही नहीं बल्कि हाल ही मे दिल्ली में हुए MCD चुनावों मे भी दिखा, सीएम धामी ने दिल्ली नगर निगम चुनावों में 22 सीटों पर प्रचार किया जिसमें से बीजेपी ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की है, बीजेपी ने पुष्कर सिंह धामी को दिल्ली नगर निगम चुनाव में स्टार प्रचारक के रूप में मैदान में उतारा था, सीएम पुष्कर सिंह धामी की सफलता तो यह है की दिल्ली नगर निगम चुनाव में पर्वतीय मूल के 6 लोग अपनी जीत दर्ज करने में सफल रहे,

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