रुद्रप्रयाग़ (केदारनाथ ) आज़ भैया दूज क़े दिन पर शीतकाल के लिए 11वे ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ धाम (बाबा kedar) के कपाट बंद हो गये हैं, कपाट बंद होने के बाद छह माह बाबा केदार की पूजा ओंकारेश्वर मंदिर में होगी। 11 वे ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ तीन पहर की पूजा अर्चना व भोग के साथ विधि-विधान से गर्भ गृह के कपाट सुबह ब्रह्म मुहूर्त में बंद कर दिए गए थे, जिसके बाद सुबह ठीक 8:00 बजे सभा मंडप के कपाट और मुख्य कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिये गये हैं, आज़ सुबह 8 बजे विधि विधान के साथ कपाट बंद होने के बाद सेना की भक्तिमय बैंड धुन के साथ बाबा की चल उत्सव विग्रह डोली शीतकालीन गद्दीस्थल के लिए प्रस्थान करते हुए रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी। 28 अक्टूबर को डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में विश्राम करेगी और 29 अक्टूबर को डोली ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान होगी, इस वर्ष 15 लाख 61 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किये, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के अवसर पर सभी श्रद्धालुओं का आभार भी जताया है, आज करीब 3000 से अधिक श्रद्धालु भगवान केदारनाथ के कपाट बंद होने के साक्षी बने,

19 नवंबर को बंद होंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट

श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को दिन में 3 बजकर 35 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे.. 20 नवंबर को आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, कुबेर और उद्धव की उत्सव डोली धाम से अपने शीतकालीन प्रवास स्थल पांडुकेश्वर के लिए प्रस्थान करेगी।

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