रानीखेत: स्थानीय उत्पाद बिच्छू घास (सिसौण) से हर्बल चाय, रेशा धागा तथा कपड़ा आधारित विविध उत्पाद तैयार करने हेतु जिला प्रशासन तथा ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के तत्वाधान में प्रशिक्षण कार्यशाला ताडीखेत में चल रही है, यह प्रशिक्षण तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा जिसमे 100 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा प्रत्येक चरण का प्रशिक्षण 5 दिनों का होगा। इसके तहत ताड़ीखेत ब्लॉक से 33 एवं भिकियासैंण ब्लॉक से 49 महिलाओं को चयनित भी किया गया है, प्रशिक्षण के प्रथम चरण में महिलाओं को बिच्छू घास से रेशा निकालना, द्वितीय चरण में धागा तैयार करना तथा तृतीय चरण में धागे से कपड़ा तैयार करना सिखाया जाएगा, कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे रानीखेत विधायक प्रमोद नैनवाल ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यशाला के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर महिलाओं की आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी, स्थानीय उत्पादों एवं स्थानीय औषधियों को रोजगार से जोड़कर पलायन की समस्या से निजात दिलाने की दृष्टि से भी इस कार्यक्रम का विशेष महत्व है, आजीविका की इस पहल से ग्रामीण महिलाओं की आर्थिकी में सकारात्मक परिवर्तन होगा तथा महिलाएं इस प्रशिक्षण के माध्यम से बिच्छू घास के विभिन्न उत्पाद बनाने की विधि प्राप्त करेंगी, इस पहल से स्थानीय उत्पादों को बाहरी पहचान भी मिलेगी,

प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षकों एवं प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं से अपील की है की वह इस प्रशिक्षण को पूरे मनोयोग से पूरा करें क्योंकि आजीविका के क्षेत्र में की गई ऐसी पहल पलायन की समस्या का भी समाधान निकलने में सहायक सिद्ध होगी: प्रमोद नैनवाल, विधायक रानीखेत

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