नैनीताल: HMT रानीबाग मामले पर नैनीताल हाईकोर्ट में सुनवाई हुई, इस मामले में एचएमटी कामगार संघ की ओर से विशेष याचिका दायर की गई थी, इस मामले पर सुनवाई वकरते हुए नैनीताल हाईकोर्ट ने केंद्र व एचएमटी प्रबन्धन को नोटिस जारी किया है, मामले के मुताबिक 17 नवम्बर 2016 को केंद्र सरकार ने HMT रानीबाग को सशर्त बन्द करने की अनुमति दी जिसमें प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति द्वारा लिये गए नीतिगत निर्णय के अनुसार फैक्ट्री को बंद करने से पूर्व कर्मचारियों को वर्ष 2007 में निर्धारित वेतनमान व उसी के तहत VRS पैकेज देने को कहा था लेकिन HMT प्रबन्धन ने इस शर्त का पालन किये बिना एचएमटी फैक्ट्री को बंद कर दिया….
HMT रानीबाग को जानिये : सन 1982 में एनडी तिवारी ने भारत सरकार में केन्द्रीय मंत्री रहते हुए इस एचएमटी कारखाने को काठगोदाम के रानीबाग में शिलान्यास कर लगवाया था। फैक्ट्री के काम शुरू करने के बाद एक समय ऐसा था जब इस फैक्ट्री ने एक वर्ष में 20 लाख घड़ियों का कारोबार किया था और इसे देश के नौ रत्नों में गिना जाता था। बाद में सन 1991 में टाइटन घड़ियों के आने के बाद इस फैक्ट्री के कारोबार को थोड़ा झटका लगा और धीरे धीरे ये गर्त में जाती गई। यहाँ काम करने वाले 513 कर्मचारियों को वौलन्ट्री रिटायरमेंट दे दिया गया है। बताया जाता है की यहाँ देश दुनिया की लोकप्रिय घड़ियाँ बनती थी। यहाँ जनता, पाइलट, कोहिनूर, तेजस, चिराग, रवि, जयंत, आकाश जैसे दर्जनों मॉडल बने जाते थे। लगभग 93 एकड़ में बने इस फैक्ट्री को भारत सरकार ने इस क्षेत्र में बनाया था,
