देहरादून (उत्तराखंड):

उत्तराखंड क़े मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के युवा खिलाड़ियों से दृढ़ इच्छा शक्ति एवं मेहनत के साथ विभिन्न खेल प्रतिस्पर्धाओं में बेहतर प्रदर्शन पर ध्यान देने की अपेक्षा की है। उन्होंने कहा कि सफलता का एक ही मूलमंत्र है ” विकल्प रहित संकल्प”, युवा खिलाड़ी अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसे प्राप्त करने के लिये पूरी मेहनत एवं एकाग्रता के साथ प्रयास करे, देहरादून पवेलियन ग्राउण्ड में द हिमालयन कप ऑल इण्डिया फुटबाल टूर्नामेंट के समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारे युवा खिलाड़ी विभिन्न खेल की प्रतियोगिताओं में अपनी सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं जिससे देश में उत्तराखण्ड की पहचान बन रही है, यह हमारे खिलाड़ियों की खेलों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का परिचायक है…हमारा प्रयास है कि भारत के पौराणिक खेलों जैसे कबड्डी , खो-खो, फुटबॉल अथवा प्राचीन मल्ल, अखाड़ों से निकला गतका और मलखम्ब को विश्व पटल पर पहचान दिलायी जाए, सीएम ने कहा की हमारा निरंतर प्रयास है कि हम खेलों के माध्यम से भी सांस्कृतिक संवर्धन का कार्य करें ताकि हमें अतीत का ज्ञान रहे और लुप्त हो रही विधाएं जीवित रहें।

खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए बनाई गई नई खेल नीति:सीएम

सीएम धामी ने कहा कि वे स्वयं भी फुटबॉल के प्रशंसक रहे हैं। खेल के मैदान में भी उत्तराखंड अग्रणी राज्य बने इसी के तहत राज्य में खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु नई खेल नीति बनाई गई है। उत्तराखंड सरकार ने खेल दिवस-2022 के अवसर पर “मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना“ प्रारंभ की थी तथा कुछ समय पहले राज्य के प्रतिभाशाली उभरते खिलाड़ियों के लिए खेल छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया था जो शुरू कर दी गयी है। मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना में 08 से 14 वर्ष के उभरते खिलाड़ियों को 1500 रूपये प्रतिमाह की खेल छात्रवृत्ति दी जा रही है। हर जिले के 150 बालक और 150 बालिकाओं अर्थात प्रदेश के कुल 3900 उभरते खिलाड़ियों को खेल छात्रवृत्ति दी जा रही हैं। खेल छात्रावासों के खिलाड़ियों का दैनिक भत्ता 175 रूपए से बढ़ाकर 225 रूपए प्रति छात्र किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री स्वस्थ युवा, स्वस्थ उत्तराखंड योजना के अंतर्गत ग्रामीण स्तर पर ओपन जिम के लिए 10 करोड़ रूपए का बजट में प्राविधान किया गया है।

खेल का मैदान कहीं भी हो वही तिरंगा लहरा रहा है

खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए सीएम धामी ने कहा की खेलों में भी भारत का मान सम्मान बढ़ रहा है। दुनिया में कहीं भी खेल का मैदान हो वहीं आज भारत का तिरंगा लहराता दिख रहा है और खेलो इंडिया कार्यक्रम इसी सोच का एक अच्छा उदाहरण है। आज खेल प्रतिभाओं को पहचानना, उन्हें हर जरूरी सहयोग देना शुरू किया गया है। सरकार द्वारा बेहतर ट्रेनिंग सुविधाएं खिलाड़ियों को दी जा रही हैं। भारत खेल शक्ति के तौर पर भी उभर रहा है और खिलाड़ियों के जीते सोने और चांदी के पदकों ने देश के आत्मविश्वास को भी बढ़ाया है।

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