देहरादून : उत्तरायणी यानी मकर संक्रांति क़े पर्व पर उत्तराखंड में सौर ऊर्जा के प्रति जन जागरूकता के लिए इससे सबंधित योजनाएं लांच की जाएंगी, सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों में सौर ऊर्जा एवं ऊर्जा संरक्षण पर निबंध एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा, बागेश्वर में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा जिसमें लोक गीत, लोक नृत्य एवं अन्य आयोजन भी किये जायेंगे, इस पर्व पर उत्तराखण्ड की प्रमुख बड़ी हस्तियों को भी सांस्कृतिक संध्या के लिए आमंत्रित किया जायेगा साथ ही संगमों पर भव्य आरती की व्यवस्था और हस्तशिल्प एवं फूड फेस्टिवल का आयोजन भी किया जायेगा,

उत्तरायणी मेले का उत्तराखंड की संस्कृति में प्रमुख महत्व: सीएम धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तरायणी मेले में प्रदेशभर में भव्य आयोजन किये जायेंगे क्योंकि यह मेला संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन को बढ़ावा देता है.. 14 जनवरी को पूरे देश में अलग-अलग रूपों में सूर्य उपासना के पर्व मनाये जाते हैं। उत्तरायणी मेले का उत्तराखण्ड की संस्कृति में विशेष महत्व है इसको लेकर 14 जनवरी को उत्तरायणी उत्सव का मुख्य आयोजन बागेश्वर में किया जायेगा, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के सहयोग से भव्य आयोजन किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा की  आने वाली पीढ़ियों को उत्तरायणी मेले के महत्व की जानकारी हो और अन्तराष्ट्रीय फलक पर इसे पहचान दिलाने के लिए प्रदेशभर में भव्य आयोजन किये जाएं। पंच प्रयागों एवं राज्य के अन्य संगम स्थलों एवं महत्वपूर्ण घाटों पर भी उत्तरायणी के दिन सूर्य उपासना के पर्व का आयोजन किया जायेगा,

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